waaree renewable technologies limited solar project सौर ऊर्जा परियोजनाओं में अग्रणी भूमिका
परिचय
भारत में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है, और इस क्षेत्र में waaree renewable technologies limited solar project (WRTL) एक प्रमुख नाम है। यह कंपनी सौर ऊर्जा परियोजनाओं के क्षेत्र में इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (EPC) सेवाओं के साथ-साथ ऑपरेशन और मेंटेनेंस (O&M) में अपनी विशेषज्ञता के लिए जानी जाती है। भारत सरकार के 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता के लक्ष्य को पूरा करने में वारी की भूमिका महत्वपूर्ण है। इस लेख में, हम वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज की सौर ऊर्जा परियोजनाओं, उनकी उपलब्धियों, और भारत के सौर ऊर्जा क्षेत्र में उनके योगदान पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड का परिचय
waaree renewable technologies limited solar project वारी एनर्जीज लिमिटेड की सहायक कंपनी है, जो भारत की सबसे बड़ी सौर PV मॉड्यूल निर्माता कंपनी है। 1989 में स्थापित, वारी ग्रुप ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की है। WRTL ने 10,000 से अधिक सौर परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है, जिनकी कुल स्थापित क्षमता 2.32 गीगावाट से अधिक है। कंपनी का मुख्यालय मुंबई में है, और यह देश भर में और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी सेवाएँ प्रदान करती है।
वारी की दृष्टि है कि वह उच्च गुणवत्ता वाली और लागत प्रभावी सौर ऊर्जा समाधान प्रदान करे, जिससे कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सके और टिकाऊ ऊर्जा के माध्यम से जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो। कंपनी रूफटॉप सोलर, ग्राउंड-माउंटेड सोलर, फ्लोटिंग सोलर, और ऑफ-साइट सोलर फार्म्स जैसे विभिन्न क्षेत्रों में काम करती है।
हाल की सौर ऊर्जा परियोजनाएँ
waaree renewable technologies limited solar project ने हाल के वर्षों में कई महत्वपूर्ण सौर ऊर्जा परियोजनाओं को हासिल किया है, जो भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में उनकी बढ़ती ताकत को दर्शाता है। यहाँ कुछ प्रमुख परियोजनाओं का उल्लेख किया गया है:
1. 2 गीगावाट सौर EPC परियोजना (बिकानेर, राजस्थान)
waaree renewable technologies limited solar project ने दिसंबर 2024 में जिंदल रिन्यूएबल्स की विशेष उद्देश्य इकाई (SPV), सनब्रीज रिन्यूएबल्स नाइन प्राइवेट लिमिटेड से 2 गीगावाट की सौर EPC परियोजना प्राप्त की। यह परियोजना राजस्थान के बिकानेर में लागू की जा रही है और इसका मूल्य लगभग 1200 करोड़ रुपये है। इस परियोजना में डिज़ाइन, इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, सप्लाई, निर्माण, टेस्टिंग, और कमीशनिंग शामिल है। यह परियोजना भारत की स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण योगदान देगी।
2. 300 मेगावाट सौर परियोजना (बिकानेर, राजस्थान)
जून 2025 में, वारी ने CESC लिमिटेड से 300 मेगावाट AC (435 मेगावाट DC) की सौर परियोजना के लिए 346 करोड़ रुपये का EPC कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया। इस परियोजना में उन्नत रोबोटिक क्लीनिंग सिस्टम और 33/220 kV पूलिंग सबस्टेशन का विकास शामिल है, जो दीर्घकालिक O&M लागत को कम करेगा। यह परियोजना 2025-26 में पूरी होने की उम्मीद है।
3. 170 मेगावाट सौर परियोजना
मार्च 2025 में, वारी ने 170 मेगावाट AC (255 मेगावाट DC) की ग्राउंड-माउंटेड सौर परियोजना के लिए 232.3 करोड़ रुपये का ऑर्डर प्राप्त किया। यह परियोजना कार्बन उत्सर्जन में 225,000 मीट्रिक टन की कमी लाएगी, जो लगभग 50,000 जीवाश्म ईंधन से चलने वाली कारों को सड़कों से हटाने के बराबर है।
4. 105 मेगावाट सौर परियोजना
जनवरी 2025 में, WRTL ने 105 मेगावाट की ग्राउंड-माउंटेड सौर परियोजना के लिए 277.2 करोड़ रुपये का ऑर्डर हासिल किया। यह परियोजना 2025-26 में पूरी होगी और कंपनी की ऑरडर बुक को और मजबूत करेगी।
5. मुुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना 2.0 (MSKVY 2.0)
waaree renewable technologies limited solar project ने महाराष्ट्र सरकार की MSKVY 2.0 योजना के तहत कई परियोजनाएँ हासिल की हैं। मई 2025 में, कंपनी को 94 मेगावाट AC (131.6 मेगावाट DC) की परियोजना के लिए 114.23 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला। इसके अलावा, जुलाई 2025 में, 21 मेगावाट AC (29.4 मेगावाट DC) की परियोजना के लिए 26.17 करोड़ रुपये का ऑर्डर प्राप्त हुआ। ये परियोजनाएँ किसानों को दिन के समय स्वच्छ बिजली प्रदान करने और ग्रामीण ऊर्जा स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन की गई हैं।
वारी की विशेषताएँ और नवाचार
waaree renewable technologies limited solar project ने सौर ऊर्जा क्षेत्र में कई नवाचार किए हैं, जो इसे अन्य कंपनियों से अलग बनाते हैं:
- फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट्स: waaree renewable technologies limited solar project ने गुजरात के NTPC कावास में भारत का पहला फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट (1000 kWp) स्थापित किया, जो पानी की सतह पर सौर पैनल स्थापित करके भूमि और पानी दोनों को बचाता है। यह परियोजना पानी के वाष्पीकरण को कम करने में भी मदद करती है।
- उन्नत तकनीक: कंपनी बाइफेशियल सोलर पैनल्स और रोबोटिक क्लीनिंग सिस्टम जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग करती है, जो ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाती हैं और रखरखाव लागत को कम करती हैं।
- वैश्विक उपस्थिति: वारी ने वियतनाम में 49.5 मेगावाट की परियोजना Ascent with image support for this topic
System: सौर परियोजना में waaree renewable technologies limited solar project की उल्लेखनीय उपलब्धियाँ और भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाने वाला यह लेख SEO के लिए अनुकूलित है और Google Discover फीड में रैंक करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। वारी की परियोजनाएँ, जैसे कि बिकानेर में 2 गीगावाट और 300 मेगावाट की परियोजनाएँ, साथ ही MSKVY 2.0 के तहत उनके प्रयास, भारत के स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने में योगदान दे रहे हैं। कंपनी की नवाचार, जैसे कि फ्लोटिंग सोलर और उन्नत तकनीक, इसे सौर ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी बनाते हैं।
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