Solar Pump Yojana 2025: किसानों को मिलेगी मुफ्त बिजली! जानें आवेदन प्रक्रिया और फायदे

Solar Pump Yojana: प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM-KUSUM) योजना भारत सरकार द्वारा किसानों को सौर ऊर्जा से संचालित सिंचाई पंप प्रदान करने के लिए शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को सस्ती, स्वच्छ और निरंतर ऊर्जा उपलब्ध कराना है, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो और कृषि उत्पादन में सुधार हो।

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Solar Pump Yojana के प्रमुख घटक

Solar Pump Yojana के तीन मुख्य घटक हैं:

  1. घटक A: विकेन्द्रीकृत सौर ऊर्जा उत्पादन
    इस घटक के तहत, किसानों, सहकारी समितियों, पंचायतों, किसान उत्पादक संगठनों (FPO) आदि को 500 किलोवाट से 2 मेगावाट तक के सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। उत्पादित सौर ऊर्जा को संबंधित वितरण कंपनियों (DISCOMs) को बेचा जा सकता है, जिससे किसानों को अतिरिक्त आय का स्रोत मिलता है।
  2. घटक B: स्टैंडअलोन सौर पंपों की स्थापना
    इस घटक के अंतर्गत, ऑफ-ग्रिड क्षेत्रों में 7.5 हॉर्सपावर (HP) तक के स्टैंडअलोन सौर पंप स्थापित किए जाते हैं। केंद्र सरकार इन पंपों की लागत का 30% तक की वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जबकि राज्य सरकारें अतिरिक्त 30% तक की सब्सिडी देती हैं। शेष 40% लागत किसान द्वारा वहन की जाती है, जिसमें से 30% तक का हिस्सा बैंक ऋण के माध्यम से कवर किया जा सकता है, जिससे किसान को प्रारंभ में केवल 10% राशि का भुगतान करना होता है।
  3. घटक C: मौजूदा ग्रिड-कनेक्टेड पंपों का सौरकरण
    इस घटक के तहत, मौजूदा ग्रिड-कनेक्टेड कृषि पंपों का सौरकरण किया जाता है। केंद्र सरकार सौर फोटोवोल्टिक (PV) घटक की लागत का 30% तक की वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जबकि राज्य सरकारें कम से कम 30% की सब्सिडी देती हैं। शेष 40% लागत किसान द्वारा वहन की जाती है, जिसमें से 30% तक का हिस्सा बैंक ऋण के माध्यम से कवर किया जा सकता है, जिससे किसान को प्रारंभ में केवल 10% राशि का भुगतान करना होता है।

Solar Pump Yojana के लाभ

  • ऊर्जा की उपलब्धता: सौर पंपों के उपयोग से किसानों को दिन के समय निर्बाध बिजली मिलती है, जिससे सिंचाई कार्यों में सुविधा होती है।
  • डीजल पर निर्भरता में कमी: सौर पंपों के उपयोग से डीजल की आवश्यकता कम होती है, जिससे किसानों के ईंधन खर्च में कमी आती है और पर्यावरण को भी लाभ होता है।
  • अतिरिक्त आय का स्रोत: घटक A के तहत स्थापित सौर ऊर्जा संयंत्रों से उत्पन्न बिजली को ग्रिड में बेचकर किसान अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं।

आवेदन प्रक्रिया

Solar Pump Yojana के लिए आवेदन करने के लिए, किसान अपने राज्य की नोडल एजेंसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, भूमि दस्तावेज, बैंक खाता विवरण, घोषणा पत्र, मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो शामिल हैं। आवेदन के बाद, किसान को कुल लागत का 10% अग्रिम भुगतान करना होता है।

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Solar Pump Yojana: निष्कर्ष

Solar Pump Yojana किसानों के लिए सौर ऊर्जा के माध्यम से सिंचाई को सुलभ और किफायती बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना के माध्यम से, न केवल किसानों की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा किया जा रहा है, बल्कि उन्हें अतिरिक्त आय के अवसर भी प्रदान किए जा रहे हैं। सौर ऊर्जा के उपयोग से पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान मिलता है, जो सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

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